Description :
गिजुभाई बधेका ने 1932 में दीवा स्वप्न नामक किताब लिखी थी. यह किताब पहले गुजराती में प्रकाशित हुई थी और बाद में इसे कई भाषाओं में अनुवादित किया गया.
गिजुभाई बधेका (15 नवंबर 1885 - 23 जून 1939) गुजराती भाषा के लेखक और महान शिक्षाशास्त्री थे. उनका पूरा नाम गिरिजाशंकर भगवानजी बधेका था. वे एक शिक्षक थे जिन्होंने भारत में मोंटेसरी शिक्षा पद्धतियों को पेश करने में मदद की. गिजुभाई के शिक्षा के दर्शन ने बाल-केंद्रित शिक्षा के महत्व पर जोर दिया. उनका मानना था कि शिक्षा बच्चे की रुचियों, जरूरतों और क्षमताओं पर आधारित होनी चाहिए.