Description :
प्राथमिक शाला में कला-कारीगरी की शिक्षा गिजुभाई एक किताब है. यह किताब गिजुभाई बधेका ने लिखी है. यह किताब प्राथमिक शाला में संगीत और चित्रकला की उपयोगिता और इन प्रवृत्तियों को संचालित करने के तरीकों के बारे में है.
गिजुभाई बधेका एक प्रमुख भारतीय शिक्षक थे. उनका मानना था कि शिक्षा बच्चे की रुचियों, जरूरतों, और क्षमताओं पर आधारित होनी चाहिए. उनका यह भी मानना था कि शिक्षक की भूमिका केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि बच्चे की शिक्षा को आसान बनाना है.
गिजुभाई की रचनाओं में आनंदी कौआ, चालाक खरगोश, बुढ़िया और बंदरिया प्रमुख हैं. इन कहानियों में संभव-असंभव, स्वाभाविक-अस्वाभाविक जैसी बातों की चिंता नहीं की गई है. इन कहानियों में बच्चों के लिए रस और कुतूहल भरपूर है.