Vibha Kumari (विभा कुमारी )
ID: 0b4c812f8a69

अनुगूँज-हिंदी की

  • Gender: 👩 Female
  • Class / Role: 👩‍🏫 Teacher
  • School: 🏫 UMS chainpur (उत्क्रमित मध्य विद्यालय चैनपुर )
  • District & Block: 📍 PURBA CHAMPARAN, CHAURADANO
  • Applied Category: 📝 काव्य लेखन
Rejected Under: काव्य लेखन - शिक्षक निर्णायक की पसंद
छोड़ो ये नादानी

 

              छोड़ो ये नादानी 

छोड़ो ये नादानी, बनों तुम हिन्दुस्तानी,

अंग्रेजों के पीछे मत दौड़ो, कैसी जिद्द तुने ठानी,

छोड़ो ये नादानी...........

१ तुम नहीं जानते किसके सपनों को चूर करने चले हों,

अंग्रेजों की रीति अपनाकर अपने को मजबूर करने चले हों,

नेहरू, सुभाष,अम्बेडकर ने तो दे दी थी कुर्बानी,

बापू ने तो यहां तक मिटा दिया था निशानी,

छोड़ो ये नादानी..........

२ फिर वही सभ्यता लाकर खुद को नाश करोगे,

होश आएगी तुमको जब आजादी के लिए तड़पोगे,

पैरों में बेड़ियां होंगी हाथों में हथकड़ियां,

भुखे मरोगे जब नहीं मिलेगी दाना पानी,

छोड़ो ये नादानी..….

३ ज्यादा वक्त नहीं है गुजरा अब भी संभल जाओ,

बचा लो अपने देश को उस संस्कृति को न लाओ ,

गोस्वामी, प्रेमचंद, शिवानी आदी को तुम न भुलाओ ,

राष्ट्रभाषा हम सबों की हिन्दी है पुरानी,

छोड़ो ये नादानी.......

अंग्रेजों के पीछे......

छोड़ो ये नादानी.......

राष्ट्रभाषा हम सबों...…....

राष्ट्रभाषा हम सबों........

                                   स्व- रचित कविता 

                                     विभा कुमारी 











Remarks
बहुत सुंदर लिखा है आपने किंतु यह रचना विजित नहीं है।
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